राधा - श्याम
राधा - श्याम
सुनो ना राधा मोरी - सुनो - ना-राधे
श्याम तुम्हारा तुमको ही तो पुकारे -
प्रिय सखी तुम मेरी - मेरी बंसी भी यही कहती है,
उसकी सारी धुन - तुम्हारे पैरों की ताल को ही ढूंढती है -
रंग मेरा काला - मैं तेरा श्याम रे !
तुम मेरी सखी बंसी भी यही पुकारे -
सुनो ना राधा मोरी - सुनो - ना - राधे-
गोकुल की गलियों की - तुम मेरी छांव रे ।
मैं रात का भटका पथिक - तुम मेरी चांदनी -
मैं बंसी और तुम उसकी धुन रे -
तुम बिन अधूरे मेरे सारे सुर - ताल रे -
सिर्फ सांस जाती मेरी -
पर बजती ना धुन रे -
तुम बिन रूठी मुझसे -
मेरी ही प्राण रे -
सुनो ना राधा मोरी - सुनो ना राधे -
तुम बिन मेरी बंसी है - सिर्फ बांस रे ! . . .
भगवान की तरफ से मुंह मोड़ लेने से भगवान कमजोर नहीं होते 😭💔 👈🤔🤔👆👆🤔
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