रामप्रसाद बिस्मिल

 

भारतीय संग्राम के वीर 
रामप्रसाद   बिस्मिल 
को नमस्कार!...🙏🙏🌺
      

                             रामप्रसाद बिस्मिल  

संग्राम की आंधी को,उसने गरमाया था,
बिस्मिल की फौज से पूरे गोरे हिल गय थे,
मूछो की ताव से बड़े-बड़ो को जवाब देता था,
वह अकेला सिहः-सा दहारता था,
काकोरी-कांड का वह मुख्य नेता था,
उसकी  हथियार छोड़ो,
उसकी जुबान से ही बड़े-बड़े पहाड़ हिल जाते थे,
शेर की दहार से गीदड़ बिल मे छूप जाते थे,
रामप्रसाद की प्रतिज्ञा से पूरा देश हिल जाता था,
शेरो-शायरी का शौक था,
शेरो-शायरी मे ही जवाब दिया करता था,
रामप्रसाद बिस्मिल संग्राम की आंधी का हवन की आहुति था!
है!और हमेशा रहेगा।
सरफरोशी की तमन्ना रख वो पूरे देश का दिल जीत लिया था!


     
सरफरोशी की तमन्ना हमारे दिल मे है,
देखना है जोर कितना बाजू-वे कातिल मे है!...
  
     

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