पर फिर - भी जिंदा हूं मैं . . .
पर फिर - भी जिंदा हूं मैं . . .
मेरे पांव में छाले - तेरे शहर में आकर हुए,
मैं मरना चाहता था -
पर मुझे मौत नहीं मिली-
बस इतनी-सी,
गुस्ताखी हो गई थी - हमसे,
एक तरफा मोहब्बत हो-गई थी तुमसे ! . . . 💔😢
औरों के भरोसे पर बैठा हूं - मैं,
रोज मर रहा हूं - पर फिर भी जिंदा हूं मैं ! ... 😞
जब से अलविदा कह गई है-वो,
सांस जबरदस्ती जिंदा रखे हुए हैं -
वर्ना कब का मर चुका होता मैं ! ... 🥀😞
3. मैडमों ( एक देहाती और ऑफिस कल्चर का टक्करार) 👈🤔🤔
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