हम-हिन्दुस्तानी ! हम-हिंदुस्तानी!
पग-पग मिट्टी में खेले हैं ,
फसल मिट्टी की उपजी खाई है -हमने,
मुस्कुरा-मुस्कुरा के खेला है जल थल में ,
मिट्टी के घर बनाए हैं हमने ,
देश प्रेम है यह हमारा ;
झंडा ऊंचा रहे हमारा, शान रहे बरकरार इनकी-
आन में ना आए आज कभी ,
शान के लिए जिए, शान के लिए मरे ,
हम हिंदुस्तानी! हम हिंदुस्तानी !
सदा शांतिप्रिय-अविनाशी,
शान के लिए जीने और मरने वाले,
मिट्टी का कर्ज है हम पर,
वादा है हम कभी भी ना -
आच आने देंगे तुम पर ,
चाहे इसके लिए मरना या मारना पड़े यह वादा है,
हर एक हिंदुस्तानी का तेरी शान में ना आने देंगे आँच कभी,
हम हिंदुस्तानी !हम हिंदुस्तानी!
भारत माता की जय
वंदे-मातरम !
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