सूर्य-उदय

 


                                सूर्य उदय

            इस अंधेरे तल से ही,

            यहाँ सूर्य उदय होगा,

   मजबूर हो तो ,एक दिन मजबूत भी होगो,

  घर मे बंद हो, तो एक दिन आजाद भी होगो,

  डरकर भाग जाओगो तो सुबह कहाँ से देख पाओगो, अगर डटे रहोगो,तो जरूर रंग लोओगो,इस अंधेरे तल से ही यहाँ सूर्य उदय होगा,तुम्हारे दर्द से ही मुस्कान की शुरूआत होगी,तुम्हारे सहन से ही तुम्हारा शरीर बलवान होगा,जो नही रगड़ खाओगे तो कहाँ चमक पाओगो,बिना मेहनत के हाथ मलते रह जाओगो,मगर मलाई ना तल पाओगो,

इस अंधेरे तल से ही यहाँ सूर्य उदय होगा,

सब्र कर तेरा इम्तिहान भी होगा,अगर इम्तिहान हो रहा है,तो तेरा नाम भी होगा,

इस अंधेरे तल से ही यहाँ सूर्य उदय होगा,

तेरी हिम्मत की परीक्षा ले,तेरी हिम्मत और बलवान होगी,इस अंधेरे तल से ही यहाँ सूर्य उदय होगा,मजबूर हो तो एक दिन मजबूत भी होगो,इस अंधेरे तल से ही रोशन खुदा होगा,

तेरा सब्र,हिम्मत,धैर्य सब आग होगा, अगर इम्तिहान है,तो इनाम भी जरूर होगा,

बससब्र कर,इस अंधेरे तल से ही यहाँ सूर्य उदय होगा।





Comments

Popular posts from this blog

SHAHEED-E-AZAM

Ae- Watan-Mere