माँ
मेरी हर दर्द की दवा है-माँ,
मेरी साँसों की वजह है-माँ,
मेरे चलने की काबिलियत है-माँ,
मेरे मुस्कान की मुस्कान है-माँ,
मेरे आवाज की शब्द है-माँ,
क्या कहूँ,क्या-क्या है-माँ,
मेरे लिए सबकुछ है-माँ,
वही से शुरू, वहीं से अंत है,
मेरी माँ हर दर्द की दवा है!
जब रोटी कम पर जाती है,
तो बोलती है कि मेरा पेट भड़ गया है-
क्या कहूँ मेरे भोजन का हिस्सा है-माँ,
मेरी कहानी का सबसे बड़ा हिस्सा है-माँ।
मेरी मुस्कन के पीछे का सच है-माँ,
मुझे इस दुनिया से पहचान कराने वाली है-माँ,
माँ ही तो है जहाँ मुस्कान के पीछे का दर्द पता
चल जाता है,मेरी आँखों में नींद ना आई ,इसकी
वजह पता चल जाता है,
मेरी माँ मेरा रब है,
मेरी जिंदगी की मलाई है-माँ,
मेरी खुशियों का पल है-माँ,
क्या कहूँ क्या-क्या है-माँ,
मेरे लिए सबकुछ है-माँ।....वरूण
THANKS A LOT ......👩👦
BUT YOU ARE MY GOD......👩👦
MY FIRST LOVE MY-MOM.....👩👦
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