माँ

 


वो मेरी रातों की लोरी,

मेरी साँसों की डोरी,

मुझको अपना राजा कहने वाली,

वो मेरी माँ थी, वो मेरी माँ है,

मेरी शब्दो की वर्णमालाओ की बोली,

मुझको डरते देख बाहों में समेट लेने वाली,

वो मेरी पहली पहचान, मेरी माँ थी , मेरी माँ है।

मेरी कहानी की जुबान, मेरी पसंद की दिल,

मेरे गुस्से के पीछे का डर,मेरे हँसाने की मुस्कान,

वो कोई और नहीं,मेरी माँ थी,मेरी माँ है,

जो मारती है मुझको;ताकि खुद को मैं चोट ना पहुंचाऊ,

वो मेरी माँ थी, मेरी माँ है,

मेरी बोली की पीछे की जुबान है,मेरी मुस्कान के पीछे की उम्मीद है, मैं चल रहा हूँ जमाने की ठोकर खाकर भी,

वो उसी का असर है, जो आज भी मुस्कुरा रहा हूँ,

मैं राजा नहीं था कही का, मगर मुझे राजा करार करने वाली, वो मेरी माँ थी,मेरी माँ है,

मेरी कहानी की शुरुआत वही है,

क्या लिखूं  मेरी हर अलफाज भी उसी का है,

मेरी धड़कन भी उसी का दिल है,

मुझे इतना काबिल बनाने वाली मेरी माँ है। 

मेरी सफलता के पीछे की अलार्म है,

मुझको मै बनाने वाली,मेरी माँ थी,मेरी माँ है,

जब बी एच आती,आज से भी भीड़ जाती थी,

अकेले ही उस समंदर के खिलाफ खड़ी हो जाती थी,

वो मेरी माँ थी,मेरी माँ है,

मेरे हर रक्त की लालिमा है,

अपना विटामिन छोड़कर ,मुझको विटामिन देने वाली है,

खुद भूखे सो के,मुझे दूध पिलाने वाली,मेरे चेहरे की नूर,

मेरी विशवास कि डोर,मेरी काबिलियत की रोटी,मेरी मुस्कुराहट की आंसू खुद पीने वाली,वो मेरी माँ थी,मेरी माँ है।

और मुझको आज वाला 'वरूण' बनाने वाली,

मेरी बिती हुई कल थी,कल है,मेरी माँ मेरा रब है।

क्या बताऊँ वो सब है।...वरूण 


                                          * * *

मेरे पहले प्रेम का परिचय है-माँ,

मेरी हर दर्द की दवा है-माँ,


मेरी साँसों की  वजह है-माँ,


मेरे चलने की काबिलियत है-माँ,


मेरे मुस्कान की मुस्कान है-माँ,


मेरे आवाज की शब्द है-माँ,


क्या कहूँ,क्या-क्या है-माँ,


मेरे लिए  सबकुछ  है-माँ,


वही से शुरू, वहीं से अंत है,


मेरी माँ हर दर्द की दवा है!


जब रोटी कम पर जाती है,


तो बोलती है कि मेरा पेट भड़ गया है-


क्या कहूँ मेरे भोजन का हिस्सा है-माँ,


मेरी कहानी का सबसे बड़ा हिस्सा है-माँ।


मेरी मुस्कन  के पीछे का सच है-माँ,


मुझे  इस दुनिया से पहचान कराने वाली है-माँ,


माँ ही तो है जहाँ मुस्कान के पीछे का दर्द पता 


चल जाता है,मेरी आँखों में नींद ना आई ,इसकी 


वजह पता चल जाता है,


मेरी माँ मेरा रब है,


मेरी जिंदगी की मलाई है-माँ,


मेरी खुशियों का पल है-माँ,


क्या कहूँ क्या-क्या है-माँ,


मेरे लिए सबकुछ है-माँ।....वरूण


THANKS A LOT ......👩‍👦


BUT YOU ARE MY GOD......👩‍👦


MY FIRST LOVE MY-MOM.....👩‍👦

                                 ***

अपने सपने को त्याग कर,

मुझे अपना ख्वाब बना लिया,

मुझे अपने हिस्से कि रोटी दे 

बोली , बेटा मेेेेरी पेट भर 

गया।..... वरूण

 




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