आशिक

 ये दर्द है-आशिकी का,

जीना है-मुश्किल यहाँ,
ये दर्द है-आशिकी का,
तुम - ना समझेगे,
कि क्या इस दिल पर गुजरा?
अब ज़हर भी मीठा लगता है-
इस कमबख़्त दिल के सामने,
अब वो कोहिनूर भी फीका लगता है,
इस टूटे हुए दिल के सामने।... वरूण

Love kiya tha
Aur inaam bhi 
Mil gaya , dil ko dard 
Sahane ki adat 
Ho gai....💔



पहले दिल जोड़ -फ़िर तोड़ दिया,
इस कमबख़्त दिल ने भी मुझसे नाता तोड़ दिया।...💔

एक वकत था, जब वकत का पता नहीं चलता था,
और अब वकत गुजर ही नहीं रहा है।....💔

इस मासूम से-दिल को,
तुम्हारी मोहब्बत का तोहफा
भी अच्छा मिला,
कि दर्द सहना सिख लिया ।...💔

Love aaj bhi hai...
Par love karne  wali 
Nahi...varun

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