एटीट्यूड शायरी

बिगड गया ना तो पूरा 
शहर  बिगडा दूंगा,
जयदा उछल मत तबियत बिगड़
दूंगा। 

बेटा बदमाश तों हम बचपन से है 
और तुझे जो उखाड़नाहै 
वो उखाड़  ले।





 

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